कोरबा। मौत अपने आने के कई रास्ते और बहाने ढूंढ ही लेती है। किसको, कब, किस तरह से मौत का सामना करना पड़ सकता है, यह कोई नहीं जानता लेकिन कुछ मौतों की वहज के लिए पछतावा जिंदगी भर का रह जाता है।
कुछ ऐसी ही घटना कोरबा जिले के कटघोरा थाना अंतर्गत ग्राम बिंझरा में घटित हो गई जिसमें टमाटर की जहरीली चटनी खाने के बाद महिला की मौत हो गई।
दरअसल,एक बहुत बड़े धोखे में यह जानलेवा घटना घटित हुई। चूहा मारने के लिए दवा डाले टमाटर की चटनी खाने से महिला की तबीयत बिगड़ गई और इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। उस टमाटर को महिला के पति ने गलती से गिरा समझकर उपर टोकरी में रख दिया था। मामला कटघोरा थाना इलाके का है।
ग्राम बिंझरा निवासी मजदूर कार्तिक राम को मोबाइल के जरिये जानकारी मिली कि उसकी पत्नी बसंती की हालत खराब है और उल्टी-दस्त कर रही है। जब मौके पर पहुंचा तो उसे बताया गया कि कुछ देर पहले ही बसंती ने टमाटर की चटनी खाई थी और इसके बाद ही तबियत बिगड़ी। बसंती को तुरंत जिला मेडिकल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जिला अस्पताल चौकी के प्रभारी दाऊद कुजुर ने बताया कि, परिजनों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं और मामले की डायरी अग्रिम जांच हेतु संबंधित थाने को भेजी जाएगी।
पुलिस की प्रारम्भिक पूछताछ में कार्तिक राम ने बताया कि, चूहों से परेशान होकर बसंती ने टमाटर में इंजेक्शन के जरिए जहर डाला था। चूहे मारने की दवा डालने के बाद टमाटर को नीचे रखकर वह गांव के पास जंगल में पत्ते तोड़ने चली गई थी।
इस बीच जब कार्तिक ने घर पर नीचे गिरा टमाटर देखा तो उसे लगा कि, टमाटर गलती से नीचे गिरा है, और उसने अनजाने में दवा भरे टमाटर को वापस टोकरी में रख दिया। इसके बाद वह मजदूरी करने निकल गया। इधर बसंती जंगल से घर लौटी तो उसने टमाटर की चटनी बनाई। अनजाने में टोकरी में रखा वही टमाटर बसंती के हाथ लगा जिसमें चूहा मार दवा डाली हुई थी और जिसे पति ने धोखे से वहां रख दिया था। जहरीली चटनी खाकर उसकी तबीयत बिगड़ी और मौत हो गई।
पुलिस ने पोस्टमॉर्टम बाद शव परिजन को सौंप दिया है। बसंती की मौत से दो बच्चों के सिर से मां का साया छिन गया है। परिजनों सहित ग्राम वासियों में हैरतमिश्रित शोक व्याप्त है।