कोरबा। छत्तीसगढ़ के पूर्व् मंत्री ननकीराम कंवर की एक चिट्ठी ने उस वक्त राज्य भाजपा में सियासी खलबली मचा दी है, जब निगम मंडलों में नियुक्ति होना है। उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा पुराने ही निगम-मंडल के अध्यक्ष व सदस्यों की नियुक्ति न करने व नये लोगों को पद पर नियुक्त करने की मांग प्रधानमंत्री से रखी है। जिस तरह से केंद्र की सरकार,खासकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा ननकीराम कंवर की बातों व सुझावों को तवज्जो दी जाती है, उसने निगम-मण्डल के पदों के लिये कतार में लगे नेताओं की चिंता बढ़ा दी है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सीधे ननकीराम कंवर ने कहा है कि सन् 2003 से 2018 तक प्रदेश में भाजपा की सरकार रही। उस समय विभिन्न निगम-मंडलों के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष व अन्य पदों पर कई लोगों की नियुक्तियां की गई। कई ऐसे निगम के मंडल अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं अन्य सदस्य रहे जिनके कार्यकलाप से भाजपा सरकार को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा है जिसका कुछ अंश 2018 में हमारी सरकार नहीं आई, इसका भी प्रभाव माना जा सकता है।
श्री कंवर ने कहा है कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार के समय जिन कर्मचारी-अधिकारियों के द्वारा भाजपा के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को झूठे मामले में फंसाना व उन्हे अन्य तरीके से प्रताड़ित किया गया था, उन्ही कर्मचारी-अधिकारियों को हमारी पार्टी के कुछ दलाल प्रकृति के लोग उनके विरुद्ध हो रही शिकायत पर कार्यवाही पर रोक लगाने का प्रयास, इसके साथ ही उन्हे मनचाही जगहो पर पदस्थ कराने के प्रयास में हैं। ऐसे लोगों को चिन्हित कर इन्हें पार्टी के मुख्य पदों से दूर रखना उचित होगा। इसके साथ ही पार्टी के लिए काफी लंबे समय से कार्य करने वाले कार्यकर्ताओं को निगम मंडल के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं अन्य पदों पर नियुक्ति करना उचित होगा।
पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ताओं जो कि काफी समय से पार्टी के लिए लगातार ईमानदारी पूर्वक काम करते आये हैं और जिन्हे आज तक किसी भी निगम, मंडल के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष एवं सदस्य के रूप में कार्य करने का मौका नहीं मिल पाया है, उन्हें पार्टी के शीर्ष नेताओं के द्वारा मेरे इस सुझाव पर विचार कर नये लोगों को मौका दिया जाना चाहिये क्योंकि पूर्व में 2003 से 2018 तक हमारी सरकार थी, उस वक्त निगम मंडल में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं सदस्य के गलत कार्यों के कारण 2018 में हमारी सरकार नहीं आई। ऐसे लोगों को पुनः निगम मंडल के अध्यक्ष उपाध्यक्ष एवं सदस्य के रूप में फिर से मौका न दिया जाना, उचित होगा इस संबंध में आवश्यक निर्देश देना चाहेंगे।
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