👉🏻 अवैध नशा की खिलाफत पर गाली-गलौच,भद्दे कमेंट्स, धमकी, पत्थरबाजी का सामना
कोरबा-बालको। कोरबा जिले के बालको थाना से लगे परसाभाटा बस्ती में अवैध नशा और नशेड़ियों की समस्या बढ़ती ही जा रही है। इस पर अंकुश लगाने के लिए महिला कमांडो कोशिश कर रही है लेकिन उसे भी आए दिन गाली-गलौज और पत्थरबाजी का सामना करना पड़ रहा है। कमांडो ने रात में थाना पहुंचकर मदद की गुहार पुलिस से लगाई है।
रात के वक्त बालको थाना पहुंची महिला कमांडो ने पुलिस को बताया कि परसाभाठा में उषा यादव और उसका पूरा परिवार, लाला कुर्रे व तीन-चार और लोग नशा का सामान बेचते हैं। अवैध दारू और गांजा का नशा ज्यादातर बेचा जाता है। छोटे-छोटे बच्चे और किशोर नशा के आदी हो रहे हैं। कम उम्र के लोगों को नशा बेचा जा रहा है जिससे उनके माता-पिता चिंतित हैं। नशेड़ी किस्म के लोग नशा मंगाने के लिए कई बार बच्चों का उपयोग करते हैं और नशा बेचने वाले इन बच्चों के हाथों में नशा थमा देते हैं।
👉🏻 महिलाओं ने बीड़ा उठाया

मोहल्ले में बढ़ते नशा और बिगड़ते पुरुषों व बच्चों की हालत देख जब बात बर्दाश्त से बाहर होने लगी तो 50-60 महिलाओं ने मिलकर महिला कमांडो तैयार किया है। यह सभी महिलाएं रात के वक्त पूरे मोहल्ले में गश्त लगाती हैं। रात के अंधेरे में जो लोग नशा खरीदने के लिए जाते हैं या नशा करते मिलते हैं, उनकी खबर ली जाती है और समझाते हैं किंतु ऐसे लोगों के पक्ष में नशा बेचने वाले लोग आ जाते हैं और महिला कमांडो के सदस्यों को धमकाते हैं, गाली-गलौज करते हैं। यहां तक कि उन पर पत्थर भी फेंकते हैं। महिला कमांडो नशा बेचने वालों से परेशान हैं। घर बर्बाद हो रहे हैं, बच्चे नशा के आदी हो रहे हैं।
👉🏻 3 माह पहले की गई शिकायत,कुछ खास लाभ नहीं
महिला कमांडो ने बताया कि तीन माह पहले बालको थाना में शिकायत किए थे लेकिन इसका कोई खास परिणाम देखने को नहीं मिला है। अब भी बेरोक-टोक नशा, गांजा और दारू की बिक्री हो रही है। जब महिला कमांडो परसाभाठा की गलियों में निकलते हैं तो नशेड़ी और नशा बेचने वाले लोग उन पर गंदे-गंदे कमेंट्स तक करते हैं। तमाम तरह की बाधाओं और उलाहना तथा अपशब्दों का सामना करते हुए महिला कमांडो अपने परिवार और अवैध नशा के आगोश में आकर बर्बाद होते युवाओं,बच्चों को बचाने के लिए जद्दोजहद कर रही हैं। इन्होंने बताया कि पूर्व में शिकायत के बाद एक-दो दिन रात में गश्त बढ़ाई गई लेकिन इसके बाद सब कुछ पहले जैसा हो गया है। यदि गश्त बढ़ाई जाए और अवैध नशा बेचने वालों पर कठोर कार्रवाई लगातार की जाए तो बात कुछ बन सकती है। महिला कमांडो ने कहा है कि उन्होंने अवैध नशा की रोकथाम और नशा मुक्ति का जो बीड़ा उठाया है, उसके मामले में उन्हें पुलिस प्रशासन से अपेक्षित मदद की दरकार है।

