रायपुर-बलौदाबाजार। कभी-कभी समाज में मौजूद कुछ बेहूदा किस्म के लोगों की वजह से हंसता-खेलता परिवार तबाह हो जाता है। कुछ ऐसे ही घटनाक्रम में आसपास के लोगों के ताने से परेशान एक मां और चाची ने मिलकर किशोर की हत्या करा दी।
“सौतेली मां को बार-बार यह ताने सुनने पड़ते थे कि, वह सौतेले बेटे की परवरिश नहीं कर रही। वहीं, उसकी चाची पर परिवार में अवैध संबंधों को लेकर शक था, इन्हीं पारिवारिक तनावों के कारण दोनों महिलाओं ने मिलकर इस खतरनाक साजिश को अंजाम दिया।”
छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले की यह दिल दहला देने वाली घटना है। जिले ग्राम डोंगरीडीह में एक मां ने अपने 14 वर्षीय सौतेले बच्चे की गला घोंटकर हत्या कर दी और उसका शव महानदी किनारे रेत में दफना दिया। चौंकाने वाली बात ये रही कि, इस पूरे हत्याकांड के पीछे कोई और नहीं, बल्कि मृतक की सौतेली माँ और सगी चाची ही मुख्य साजिशकर्ता निकली।
0 बेटे की हत्या करने सौतेली मां ने दी सुपारी
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि, मृतक की सौतेली मां मीना धृतलहरे और चाची मोंगरा धृतलहरे ने मिलकर इस नृशंस हत्या की साजिश रची थी. उन्होंने ग्राम सरखोर के गोविंदा कोसले को ₹50,000 की सुपारी देकर हत्या की योजना तैयार कराई, योजना को अंजाम देने के लिए तीन नाबालिग लड़कों को भी शामिल किया गया। 30 मार्च 2025 की रात, आरोपियों ने बच्चे को बहाने से मोटरसाइकिल पर बैठाकर महानदी किनारे ले गए और बेल्ट से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद शव को रेत में छुपाकर सभी आरोपी फरार हो गए।
इस मामले में पुलिस ने तक़रीबन 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें तीन नाबालिग भी शामिल हैं। बालिग आरोपियों में गोविंदा कोसले (27) – मुख्य सुपारी किलर, मोंगरा धृतलहरे (25) – मृतक की सगी चाची, मीना धृतलहरे (31) – सौतेली माँ शामिल हैं।