0 मोबाइल की रौशनी में की लघुशंका
0 निगम अमले का नक्कारापन झेल रहे पत्रकार भी
कोरबा। छत्तीसगढ़ में डबल इंजन की सरकार बन गई है। सत्ता परिवर्तन के बाद जहां राजधानी-न्यायधानी के कुछ विभागों और अमलों में मुस्तैदी आई है वहीं ऊर्जाधानी में कोरबा नगर निगम का अमला अभी भी अपेक्षित तौर पर सुस्त ही नजर आ रहा है। इस सुस्ती के परिणामस्वरूप कोरबा के नवनिर्वाचित विधायक और नवनियुक्त कैबिनेट मंत्री लखनलाल देवांगन को फील “बैड”का अहसास हुआ जब वे उनके ही महापौर कार्यकाल में निर्मित कराए गए नगर निगम के प्रसाधन गृह में हल्का होने के लिए पहुंचे।
दरअसल रविवार को ट्रांसपोर्ट नगर स्थित प्रेस कंपलेक्स परिसर में मंत्री लखनलाल देवांगन का सम्मान समारोह आयोजित किया गया था। यहां वे जब देर शाम कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे तो पहले लघु शंका के लिए प्रेस काम्प्लेक्स परिसर में निर्मित प्रसाधन गृह जाना पड़ा। यहां भीतर जाते ही उन्हें बहुत ही बुरा अहसास हुआ। प्रसाधन गृह में पूरी तरह से अंधेरा तो है ही, यहां का नल भी टूटा हुआ है और पानी की भी समस्या बनी हुई है। मंत्री जी के पीछे-पीछे मोबाइल का टॉर्च ऑन कर गार्ड और शुभचिंतक पत्रकार साथ हो लिए और मोबाइल की रोशनी में मंत्री जी को हल्का होना पड़ा। यहां भीतर मौजूद नल कई दिनों से टूटा हुआ है और हाथ धोने के लिए पानी भी नहीं है। यूरिनल के फ्लश भी बंद हैं बदबू का भी आलम है।
खैर, मंत्री जी यहां से बहुत ही बुरा अनुभव व्यक्त करते हुए बाहर निकले और निकलते ही कहा कि, यहां तो बहुत बुरी स्थिति है। मंचीय कार्यक्रम के दौरान मंत्री जी के समक्ष यह बात सामने लाई गई कि उनके महापौर कार्यकाल में इस प्रसाधन गृह का निर्माण कराया गया था लेकिन नगर निगम के अधिकारियों को, सफाई अमले को बार-बार बोलने के बाद भी व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं लेती है। यहां एक अन्य प्रसाधन गृह भी इसी के दूसरी तरफ इसी परिसर में मौजूद है लेकिन वह तो लगभग बंद हो चुका है। साफ-सफाई और देख रेख के अभाव में यह हालत निर्मित हुए हैं। यह सब कुछ निगम के जिम्मेदार अधिकारियों की जानकारी में है लेकिन उनके द्वारा अनदेखी किए जाने का खामियाजा आम जनता के साथ पत्रकार भी भुगत रहे हैं। अपने संबोधन में मंत्री जी ने कहा कि पत्रकार दर्पण की तरह होता है लेकिन जब यह दर्पण अधिकारियों को दिखाया जाता है तो वे मुंह फेर लेते हैं।
0 नया बस स्टैंड के प्रसाधन कक्ष को बनाया दफ्तर!
जब बात प्रसाधन गृह की चली है तो यह भी ज्ञात हुआ है कि नया ट्रांसपोर्ट नगर में प्रारंभिक छोर के पास भीतर की ओर एक प्रसाधन कक्ष निगम द्वारा बनवाया गया था जो यात्रियों के लिए उपयोग होना था लेकिन इसे अपने हिसाब से बदलकर परिवहन कार्य से जुड़े एक संघ के द्वारा अपना दफ्तर बना लिया गया है। इसी तरह पुराना बस स्टैंड परिसर में प्रसाधन कक्ष का निर्माण तो कराया गया है लेकिन यहां महिलाओं के प्रसाधन कक्ष का उपयोग पुरुष भी करते नजर आते हैं और कई बार तो यह बंद भी रहता है।
0 सड़क किनारे हल्का होते हैं लोग
नगर में अक्सर कुछ लोगों को सड़क के किनारे ही दीवाल की ओट(आड़) लेकर हल्का होते देखा जा सकता है। इस तरह का नजारा अक्सर टीपी नगर चौक से पहले विश्राम रेजेंसी के सामने की सड़क की दीवार में देखा जाता है। अलका काम्प्लेक्स के सामने सड़क की दूसरी ओर निगम द्वारा खड़ी की गई दीवार की आड़ लेकर यहां कुछ लोग हल्के होते हैं। यह नजारा देखने वाले कुछ पल के लिए असहज हो जाते हैं लेकिन वह कर भी क्या सकते हैं?