0 सबूत मिटाने की सुगबुगाहट, CCTV कैमरे से छेड़छाड़ की प्रबल आशंका
कोरबा। होली के दिन कोयला कारोबारी अनिल यादव की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। रजगामार पुलिस चौकी क्षेत्र के प्रेमनगर सड़क मार्ग में वे अचेत मिले थे। सूचना पर पहुंची पुलिस उन्हें लेकर अस्पताल पहुंची लेकिन तब तक वे मृत हो चुके थे। ब्रॉड डेड लाए गए अनिल यादव की मौत के मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी गई है। इस बीच कुछ लोगों पर परिजन सन्देह जाहिर कर चुके हैं और हत्या का पूरा सन्देह जाहिर किया है। वहीं इसे हादसे से जोड़ने की भी कोशिश हो रही है। पुलिस हर एंगल से कई बिंदुओं पर आगे बढ़ रही है।
खरमोरा स्थित हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी निवासी अनिल यादव होली के दिन अपने दोस्तों के साथ रजगामार ओमपुर गए थे। वहां त्यौहार मनाने के बाद प्रेमनगर में अपने परिचित के घर गए और होली मनाकर घर जाने के लिए अपने वाहन से निकले। कुछ देर बाद उनके मौत की खबर आम हुई। परिजनों का आरोप है कि यह स्वाभाविक मौत नहीं है। उन्होंने कुछ युवकों पर मारपीट का आरोप लगाया है व संख्या बढ़ भी सकती है।
स्थानीय सूत्र बताते हैं कि प्रेम नगर में दोस्त घर से निकलने के बाद पर सड़क पर ठहर कर वे हॉर्न बजा रहे थे कि इस दौरान वहां पास में पार्टी मना रहे लोगों में से पहुंचे करीब आधा दर्जन लोग उन पर किसी बात को लेकर टूट पड़े और हाथ-मुक्का आदि से जमकर मारपीट की गई। संभवत: उनके प्राण यहीं पर साथ छोड़ दिए तब इसके बाद उन्हें थोड़ी दूर ले जाकर हत्या को हादसा बताने की कोशिश की गई। सूत्रों द्वारा यह भी बताया जा रहा है कि जहां पर मारपीट हुई वहां आसपास सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ था लेकिन इस कैमरे को वहां से निकालकर हटाने का काम किया गया और बड़ी चालाक से सबूत मिटाने के मकसद से बाद में उस सीसीटीवी कैमरे की जगह खराब बंद रखने पड़े कैमरे लगवा दिए गए। यह काम बड़े ही चालाकीपूर्वक किया गया है। इस बात की भी प्रबल आशंका हमारे सूत्र ने जताई है कि मामला हाई प्रोफाइल होने के कारण इसे दबाने की तथा दूसरा स्वरूप देने की कोशिश भी लगातार हो रही है। इस बात पर कोई संदेह नहीं कि मामले के जांच की दिशा को घुमाने के लिए किसी भी हद तक संबंधित लोग जा सकते हैं। ऐसे में जिला पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी की नीर-क्षीर विवेचना पर पीड़ित परिवार को काफी व पूर्ण भरोसा है।
0 सामने आई तस्वीर में दिखता अंतर
कोयला कारोबारी अनिल यादव के साथ हुई घटना के बाद जहां घटनाक्रम सवालों के घेरे में है तो इस बीच उनकी तस्वीर भी सामने आई है। मौत की खबर के करीब 1 घण्टे पहले की जो तस्वीर हमें मिली है, उसमें चेहरे पर अंतर साफ देखा जा सकता है। उनके चेहरे पर मौत से पहले किसी भी तरह के दाग-धब्बे दिखाई नहीं दे रहे हैं। रंग गुलाल लगा हुआ भले नजर आ रहा है लेकिन जो तस्वीर मौत के बाद नजर आई है उसमें उनके चेहरे पर कई जगह चोट के निशान दिख रहे हैं। यह चोट के निशान साफ तौर पर समझे और देखे जा सकते हैं कि चेहरे पर मारने के बाद किस तरह से चोट उभरे हैं और जहां-जहां चोट लगी है वहां पर खून जमने से काले धब्बे पड़ गए हैं। रंग गुलाल लगाने के बाद किसी के भी चेहरे पर इस तरह के धब्बे शायद ही पड़ते हों। बहरहाल,पुलिस व परिजन को पोस्टपार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर पुलिस की जांच आगे बढ़ेगी, लेकिन पुलिस को अपनी जांच को और सूक्ष्म करते हुए इसका दायरा बढ़ाना होगा ताकि अनिल यादव के साथ अगर कोई घटना की गई हो तो घटना के आरोपी बचने ना पाएं, ऐसा पीड़ित परिवार की गुहार है।