0 कोरबा के प्रथम जनपद अध्यक्ष व पूर्व विधायक कृष्णा लाल जायसवाल की 15वीं पुण्यतिथि
कोरबा। अविभाजित बिलासपुर व कोरबा जि़ले के सबसे बड़े तहसील कटघोरा के ग्राम भिलाई बाजार के कृषक परिवार में 23 फरवरी 1937 को जन्मे कटघोरा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक स्व.कृष्णालाल जायसवाल की आज 15वीं पुण्यतिथि है।
उन्होंने सागर यूनिवर्सिटी से उच्च शिक्षा प्राप्त कर कोरबा व कटघोरा को अपना कर्म क्षेत्र बनाया। जनसेवा के लिए शिक्षा की अलख जगाते हुए राजनीति को सेवा का माध्यम बनाया। वे एक सेवाभावी राजनेता के साथ-साथ जमीनी कार्यकर्ता के अलावा सहज-सरल व सर्वहारा वर्गों को साथ लेकर चलने वाले स्वाभिमानी जनसेवक की भूमिका में अपना जीवन समर्पित किए। कृष्णा गुरुजी के नाम से पूरे क्षेत्र में ख्याति प्राप्त कृष्णालाल जायसवाल ने सदैव जनहित के लिए काम किया और उनके स्नेह के अलावा आत्मीय सानिध्य सभी छोटों-बड़ों के अलावा सभी दल के लोगों को मिला।
कृष्णा गुरुजी ने कोरबा का प्रथम जनपद अध्यक्ष रहते हुए गरीब बच्चों के लिए शिक्षा के क्षेत्र में कार्य किया और उच्च शिक्षा के लिए पहले विद्यालय की स्थापना की। साथ ही विद्यालय में अवैतनिक अध्यापक की भूमिका का भी निर्वहन किया। उनके शिक्षा के प्रति अभूतपूर्व समर्पण को देखते हुए क्षेत्र के लोगों ने उन्हें कृष्णालाल से कृष्णा गुरुजी बना दिया। कोरबा के सबसे बड़े मध्यम वर्गीय परिवार खाासकर श्रमिक बस्तियों के होनहार विद्यार्थियों के लिए स्थापित आदिम जाति कल्याण उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोरबा (मिडिल स्कूल) को उनके शिक्षा के प्रति समर्पण को देखकर राज्य शासन ने स्व. कृष्णालाल जायसवाल स्मृति उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का नामकरण कर उन्हें सच्ची श्रद्धांजली दी। शिक्षा व राजनीति के क्षेत्र में आगे आकर सेवा करने वालों को सदैव प्रेरित करने वाले कृष्णा गुरुजी आज किसी परिचय के मोहताज नहीं है। सभी की मदद करना व जरूरतमंदों की सेवा करना कृष्णा गुरूजी का ध्येय रहा। अपने लंबे राजनीतिक यात्रा के दौर में राष्ट्रीय व प्रदेश के नेताओं का प्रिय बने रहे कृष्णालाल जायसवाल को सभी दलों के लोगों का समर्थन मिलता रहा। यही कारण है कि आज भी कृष्णा गुरुजी को लोग सच्चे मन व अपार श्रद्धा से याद करते हैं। 16 फरवरी 2010 को वे चिरनिद्रा में लीन हो गए। आज 16 फरवरी 2025 को उनकी 15वीं पुण्यतिथि पर क्षेत्र के जरूरतमंदों को भोजन और आवश्यक सामाग्री उपलब्ध कराकर उनके परिजन सेवा कार्यों को अंजाम दे रहे हैं। भिलाई बाजार, सुमेधा व गांधी चौक-पुरानी बस्ती कोरबा में निवासरत रहे कृष्णा गुरुजी को कोरबा ही नहीं कटघोरा क्षेत्र के लोग बड़ी श्रद्धा से याद करते हैं। कृष्णा गुरुजी की सामाजिक कार्यों में भी बढ़-चढक़र हिस्सेदारी रही है। समाज को एकजुट करना और सबको मिल-जुलकर एक रखना उनकी प्रेरणाओं में शामिल रहा है।
