0 कमजोर समझने की भूल न करें भाजपा व कांग्रेस
कोरबा। कोरबा जिले में नगर पालिक निगम का महापौर बनने के लिए मुकाबला जहां कांग्रेस और भाजपा में सीधी टक्कर का है वहीं इसे निर्दलीय उम्मीदवार दिनेश मालती किन्नर ने और संघर्षपूर्ण बना दिया है। कांग्रेस से टिकट न मिलने पर मालती किन्नर ने निर्दलीय ताल ठोक दी है और अपनी पूरी ताकत उन्होंने चुनाव में झोंक दी है। चुनाव चिन्ह ऑटो उन्हें प्राप्त हुआ है और ऑटो में सवार होकर अपने साथियों के साथ जनसंपर्क पर निकल पड़ती हैं।
वे महिलाओं से घर-घर पहुँचकर वोट मांगने के साथ आशीर्वाद भी दे रही हैं। शहरी क्षेत्रों में मालती की ऑटो घुस चुकी है। मालती का अंडर करेंट से इंकार नहीं किया जा सकता और वे वोटों का समीकरण बिगाड़ सकती है। राजनीतिज्ञों की मानें तो उनके वोट 5 हजार से ऊपर गए तो मुश्किल हो सकती है। रुष्ट लोगों का वे ध्यान खींच रही हैं।
0 निर्दलीयों के लिए भी वोट मांग रहीं
वार्ड में घूमते हुए उनके द्वारा निर्दलीय प्रत्याशियों के पक्ष में भी प्रचार-प्रसार किया जा रहा है और उनके लिए वोट अपील करने के साथ-साथ अपने लिए भी वह वोट मांग रही हैं। वार्ड 6 पुरानी बस्ती में केसर सिंह राजपूत के लिए भी वोट मंगा। ढोल ताशा के साथ उनका काफिला वार्डों की गलियों से होते हुए प्रत्येक घर और दुकान तक पहुंच रहा है।
हालांकि राष्ट्रीय दलों की बात खास ही होती है लेकिन इस चुनाव में मुकाबला और भी रोचक व रोमांचक हो गया है। कांग्रेस से टिकट न मिलने के कारण मालती किन्नर ने निर्दलीय लड़ने का मन बनाया जिससे कहीं ना कहीं वह कांग्रेस के वोट को नुकसान पहुंचाती नजर आ रही हैं तो भाजपा का भी वोट प्रभावित हो सकता है।
समाजसेवा के कारण उनका अपना भी एक जनाधार निगम क्षेत्र में व्याप्त है। उन्होंने जनता के नाम अपील भी की है। अब देखना यह है कि मालती किन्नर इस चुनावी जंग में किस हद तक आगे बढ़कर कहां तक जाकर थमेंगीं…?