कोरबा। नया शैक्षिक सत्र 2025-26 प्रारंभ हो गया है। शासकीय से लेकर निजी स्कूलों में नए प्रवेश के साथ-साथ ट्रांसफर सर्टिफिकेट हासिल कर दूसरे स्कूलों में प्रवेश करने का भी क्रम चल पड़ा है। इसमें पलक इस बात को लेकर चिंतित हैं कि उनके बच्चों का ट्रांसफर सर्टिफिकेट वर्तमान स्कूल से आसानी से हासिल नहीं हो पा रहा है। पहले 2 से 3 दिन के समय अंतराल में यह टीसी प्राप्त हो जाया करती थी और कई बार तो इतना भी वक्त नहीं लगता था बल्कि आधा से 1 घंटे के भीतर ही स्कूल से यह प्रमाण पत्र प्राप्त हो जाया करता था, लेकिन वर्तमान में कुछ ऐसे स्कूल हैं जहां ट्रांसफर सर्टिफिकेट के नाम पर पालकों को आवेदन लेने के बाद 15 से 30 दिन का समय लिया जा रहा है। उन्हें साफ तौर पर कहा जा रहा है कि आवेदन जमा कर दें और 30 दिन का समय लगेगा।
इस कड़ी में मिशन रोड में संचालित बेबी लैंड स्कूल को लेकर भी एक पालक की शिकायत सामने आई। उन्होंने बताया कि उनका पुत्र लक्ष्य यादव kg2 में अध्यनरत था और वह अब अपने बेटे को दूसरे स्कूल में पढ़ाना चाहते हैं। ट्रांसफर सर्टिफिकेट के लिए उन्होंने आवेदन दिया जिस पर 30 दिन का वक्त लगने की बात कही गई तो वह भी हैरत में पड़ गए। स्कूल फीस का कोई इश्यू नहीं है, न ही कोई दूसरी बात लेकिन इतना लंबा समय लेने से इस बात की चिंता है कि दूसरे स्कूल में सीट मिल पाएगी या नहीं। एडमिशन की आपाधापी में हर अभिभावक चाहता है कि उसके बच्चे का एडमिशन पहले हो जाए। ऐसे में चिंतित इस पलक ने जब हमसे अपनी बात साझा की और हमने स्कूल के संचालक से चर्चा की तो उन्होंने कई तकनीकी बातें बताते हुए कहा कि अधिकतम 10 से 15 दिन का समय तो लगेगा ही, यदि इससे पहले भी हो जाता है तो हम पालक को सूचना दे देते हैं। विद्यालय में भी एडमिशन का समय है, स्टाफ की कुछ कमी भी बनी रहती है ऐसे में संभव नहीं कि प्रत्येक आवेदन पर तत्काल TC प्रदान कर दी जाए। 5 से 10 आवेदन आने पर एक साथ सबका निराकरण किया जाता है। टीसी देने से पहले बहुत सारी चीजों की छानबीन करनी पड़ती है और उनके रिकॉर्ड मिलान के बाद ही यह दे पाना संभव होता है। पालक का कहना है कि 15 दिन का समय भी बहुत लंबा होता है,TC उसी दिन अथवा एक दिन बाद मिलते रहे हैं लेकिन इस तरह का जो नियम कायदा बताया जा रहा है वह अनुचित है। इस मामले में जिला प्रशासन, शिक्षा विभाग को भी संज्ञान लेना चाहिए। व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए की पालकों को उनके द्वारा दिए जाने वाले आवेदन के दो-चार दिन के भीतर ही ट्रांसफर सर्टिफिकेट जारी कर दिए जाएं।
KORBA: बच्चों की TC में 15 से 30 दिन का समय, पालक परेशान
