0 महिला कांग्रेस अध्यक्ष, जिला पंचायत अध्यक्ष खुद,पति-पुत्र भी हारे, भाजपा अजजा मोर्चा जिलाध्यक्ष, सरपंच संघ के अध्यक्ष भी हारे
0 कुछ जगह परिणाम को लेकर बवाल, रोका मतदान दल को
0 पंचायत चुनाव का तीसरा और अंतिम चरण सम्पन्न
कोरबा। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 के तहत कोरबा जिले में संपन्न हुआ चुनाव काफी रोचक और रोमांचक रहा। आज 23 फरवरी को तीसरे और अंतिम चरण का मतदान संपन्न हुआ। जिला पंचायत, जनपद पंचायत सदस्य से लेकर सरपंचों और पंच पदों के लिए मतदान संपन्न हुए। मतदान के तत्काल बाद मतगणना कराई गई और धीरे-धीरे रुझानों के साथ परिणाम भी सामने आने लगे।
जिले में चुनाव का परिणाम काफी रोचक और अप्रत्याशित भी देखने को मिला। गांव की सरकार के रास्ते जिला पंचायत, जनपद पंचायत और पंचायत में काबिज होने का सपना कई दिग्गजों का टूट गया। इनमें प्रमुख रूप से जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती शिवकला कंवर जहां क्षेत्र क्रमांक 5 से अपना चुनाव हार बैठी हैं और यहां से सुषमा रवि रजक ने एक बड़ी जीत हासिल की है। इससे पहले क्षेत्र क्रमांक 12 (पोड़ी-उपरोड़ा)जहां कि 20 फरवरी को मतदान हुआ था वहां से शिवकला कंवर के पति छत्रपाल सिंह कंवर भी चुनाव हार चुके हैं। उनके पुत्र रवि कुमार ग्राम पंचायत धनरास जो इनका निवास क्षेत्र भी है, वहां से अपना चुनाव हार गए हैं। रवि को हराकर लक्ष्मीकांत कंवर नए सरपंच निर्वाचित हुए हैं। बताया जा रहा है कि लक्ष्मीकांत कंवर, छत्रपाल सिंह के भतीजे लगते हैं। भतीजे ने चाचा का राजनीतिक तिलिस्म तोड़ दिया है।
इसी तरह से महिला कांग्रेस कमेटी जिला अध्यक्ष ग्रामीण श्रीमती प्रभा तंवर भी अपना चुनाव हार गई हैं। कटघोरा क्षेत्र के पूर्व विधायक पुरुषोत्तम कंवर के खास समर्थकों में प्रभा तंवर शामिल हैं। वह अपना जनपद चुनाव क्षेत्र रलिया से हार गई हैं। भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के जिला अध्यक्ष राम प्रसाद कोर्राम भी चुनाव हार गए हैं।उन्होंने इस बार अपना क्षेत्र छोड़कर अरदा जनपद क्षेत्र से जनपद सदस्य के लिए चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें जीत हासिल नहीं हुई।
इनके अलावा सरपंच संघ के अध्यक्ष होरीसिंह कंवर भी चुनाव हार गए हैं। इनके अलावा और भी दिग्गजों ने चुनाव हारा है। यह परिणाम काफी चौंकाने वाले और अप्रत्याशित बताए जा रहे हैं।
0 हारे प्रत्याशी के समर्थकों का बवाल
इधर दूसरी तरफ आज हुए मतदान के बाद मतगणना उपरांत जहां 2- 4 वोटों के अंतर से हार-जीत सुनिश्चित हुई है, उन क्षेत्रों में हारे हुए प्रत्याशियों के द्वारा मतगणना पर संदेह जाहिर करते हुए फिर से गणना कराने की मांग की जा रही है। कटघोरा विधानसभा के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत पंडरीपानी के बंचर में मौजूदा सरपंच की मां दो वोट से चुनाव जीती है। उन्होंने शिवराम भरिया पूर्व सरपंच की बहू को चुनाव में हराया है। हारे हुए प्रत्याशी और उनके समर्थकों के द्वारा मतगणना में गड़बड़ी होना बताया जाकर मतदान दलों को रोक दिया गया है। सूचना मिलते ही पुलिस पार्टी ग्राम पंचायत के लिए रवाना हुई है। इसी प्रकार धवईपुर पंचायत में शारदा देवी कोर्राम 4 मतों से चुनाव जीती हैं। इस जीत के बाद विपक्षी प्रत्याशी और उनके समर्थकों के द्वारा मतगणना पर सवाल उठाए गए हैं। विपक्षी दल के 35 मत निरस्त होने की बात सामने आई है जिस पर उनका कहना है कि हमारे ही मत निरस्त कैसे हुए हैं? इसके साथ ही साथ आरक्षण को लेकर भी सवाल उठाए गए हैं कि इस बार इस सीट को मुक्त होना चाहिए था जबकि इसे पूर्व की तरह महिला सीट कराया गया है। इस पूरे मामले को लेकर न्यायालय तक जाने की बात सामने आ रही है।इसी तरह जनपद सदस्य प्रत्याशी गोविंद सिंह कंवर 4 वोट से चुनाव जीते तो हारे प्रत्याशी ने मतगणना पर संदेह जाहिर करते हुए तर्क दिया है कि उनका एजेंट नहीं था इसलिए फिर से मतगणना कराई जाए। उन्होंने एसडीएम से पुनः मतगणनाका आग्रह किया है। एसडीएम ने मतपेटियों को स्ट्रांग रूम में पहुंच जाने के बाद नियमत: आदेशानुसार पुनः मतगणना करा पाने की बात कही है लेकिन हारे प्रत्याशी के समर्थकों के द्वारा पोलिंग पार्टी को आगे बढ़ने नहीं दिया जा रहा है। समाचार लिखे जाने तक गतिरोध कायम था।