0 कोरबा कलेक्टर ने बैठक में दिए कई अहम निर्देश
कोरबा। कलेक्टर अजित वसंत की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति की मासिक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। मुख्य चिकत्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा विभिन्न राष्ट्रीय कार्यक्रमों की प्रगति के बारे में जानकारी दिया गया।
बैठक में कलेक्टर के द्वारा मानव संसाधन, भवन, मलेरिया, टी.बी., कुष्ठ उन्मूलन, आयुष्मान भारत , मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य,संस्थागत प्रसव, टीकाकरण, परिवार कल्याण कार्यक्रम मातृ मृत्यु, शिशु मृत्यु , एस.एन.सी.यू, आर.बी.एस.के, विफस कार्यक्रम , सिकलसेल, अंधत्व नियंत्रण कार्यक्रम, मुख्य स्वास्थ्य कार्यक्रम,एन.सी.डी कार्यक्रम, एनक्यूएएस, तम्बाखू नियंत्रण कार्यक्रम तथा मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों के लक्ष्य एवं उपलब्धियों पर विस्तार से समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि डी.एफ.एफ से नियुक्त कोई कर्मचारी त्यागपत्र देता है तो वेटिंग लिस्ट से नियुक्ति किया जावे। वेटिंग लिस्ट एक वर्ष के लिए मान्य होगा। कोई कर्मचारी काम नहीं करता है तो उसे वेतन न दिया जावे । सभी कर्मचारी अच्छे से कार्य करें। अन्य नियुक्ति हेतु अलग-अलग पद के लिए परीक्षा की तिथी अलग-अलग रखा जावे जिससे कोई अभ्यर्थी 02 पदों के योग्य है ओर दो पदों के लिए फार्म भरा है तो वह दोनों परीक्षा दे सके। अस्पताल में दंत चिकित्सक कार्यरत हैं, इसकी जानकारी मितानिन के माध्यम से सभी व्यक्तियों तक पहुंचाया जावे।
कलेक्टर ने कहा कि खण्ड चिकित्सा अधिकारियो को जो रिसोर्स मिले हैं उनसे पूरी तरह से काम लें। भवन के संबंध में चर्चा करते हुए कहा कि जहॉ भवन बनना प्रस्तावित है, उन जगहों को बीएमओ देख लें। जिन भवनों का मरम्मत कराना है उसका स्टीमेट भेजें। टीबी कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने कहा कि 100 दिवसीय अभियान में मिले पॉजिटिव केस के उपचार पर विशेष ध्यान दिया जावे तथा मॉनिटरिंग किया जावे। अर्बन में विशेष ध्यान देना है। 18 वर्ष से अधिक सभी लोगों का सी वाई टेस्ट किया जाना है उसमें जो पॉजिटिव होंगे उनका एक्स-रे करवाना है। वार्डवार मरीजों की सूची नगर निगम कमिश्नर को देना है। कटघोरा और शहरी की विशेष मॉनिटरिंग किया जावे। टीबी मुक्त ग्राम पंचायत के संबंध में उन्होने कहा कि उन ग्राम पंचायतो पर ज्यादा फोकस करना हे जहॉ ज्यादा केस निकल रहे हैं। पीव्हीटीजी ग्रामों में ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। यदि पीवीटीजी ग्राम पंचायत टीबी मुक्त हो जाते है तो वहीं शासन की तरफ से विशेष विकास कार्य किए जावेगें। 100 प्रतिशत लोगो का आयुष्मान कार्ड बनाना है। मातृत्व स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा में उन्होने कहा कि किसी भी गर्भवती महिला को प्रसव हेतु प्रायवेट संस्था में रेफर न करें। अगर किसी प्रकार की शिकायत मिलती है तो कार्यवाही की जावेगी। ए.एन.एम. और मितानिन से जानकारी लेना है कि किन परिस्थितियों में प्रसव निजी अस्पताल में हुआ। एचआरपी महिलाओं की जॉच प्रत्येक माह 9 एवं 24 तारीख को कराया जावे। मेटरनल डेथ में देखा जावेगा कि वह महिला क्या एचआरपी थी। एचआरपी पर ज्यादा ध्यान देना है, एचआरपी जितना कन्ट्रोल होगा उतना मेटरनल डेथ (प्रसवगत मृत्यु) कम होगा। एचआरपी का डाटा रखना है।
0 लेमरू व श्यांग में 1-1 दिन गायनेकोलॉजिस्ट भेजेंगे
कलेक्टर ने कहा कि लेमरू एवं श्यांग में एक-एक दिन गायनेकोलॉजिस्ट को जॉच हेतु भेजा जावे। एस.एन.सी.यू के संबंध में उन्होने कहा कि बेड ऑक्यूपेंसी 100 प्रतिशत होना चाहिए। किसी पी.एच.सी में एन.आर.सी सेंक्शन कराना है तो प्रस्ताव भेजें तथा साथ यह भी बताया जावे कि कहॉ-कहॉ से पेशेंट आएंगे। पसान में एन.आर.सी के लिए प्रस्ताव भेजने को कहा गया। कलेक्टर ने कहा कि एन.आर.सी. में जितने बच्चे आते हैं, उनकी निक्षय में एण्ट्री करें एवं उनका एक्सरे कराया जावे। तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए उन्होने कहा कि जिन स्कूल में 100 गज दूरी के भीतर तम्बाकू उत्पाद की दुकान है उसकी लिस्ट दिया जावे। इसके अतिरिक्त उन्होने अन्य राष्ट्रीय कार्यक्रमों के लक्ष्य के
की शत-प्रतिशत उपलब्धि हासिल करने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत दिनेश कुमार नाग, कमिश्नर नगर निगम कोरबा आशुतोष पाण्डेय, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एस.एन.केशरी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सी.के.सिंह, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ.बी.आर.रात्रे, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ कुमार पुष्पेश, जिला आयुर्वेद अधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक पद्माकर शिंदे, समस्त नोडल अधिकारी राष्ट्रीय कार्यक्रम,समस्त कंसल्टेट खण्ड चिकित्सा अधिकारी , समस्त ब्लाक प्रोग्राम मैनेजर, डब्लुएच.ओ.के एस.एम.ओ तथा अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।