0 कलेक्टर ने बाढ़ की स्थिति के नियंत्रण हेतु अधिकारी-कर्मचारियों को सतर्क रहने के दिए निर्देश
कोरबा। लगातार बारिश के कारण पानी के अत्यधिक प्रवाह को दृष्टिगत रखते हुए आज 05 सितम्बर की सुबह 5 बजे मिनीमाता बांगो बांध के गेट संख्या 4,5,6,8 के अतिरिक्त गेट संख्या 03 एवं 09 को 0.50 – 0.50 मीटर खोला गया किन्तु इसके बाद भी बांध का जलस्तर 358.11 मीटर पर स्थिर है। अतः जलस्तर को नियंत्रण कर कम करने हेतु सुबह 8:30 बजे दो नए गेट, गेट संख्या 02 और 07 को भी आवश्यकतानुसार ओपन किया गया है।

मिनीमाता बांगो बांध माचाडोली, कोरबा के कार्यपालन अभियंता धर्मेन्द्र नीखरा ने बताया कि अभी गेट संख्या 5 – 1.50 मीटर, गेट संख्या 6 – 1.50 मीटर, गेट संख्या 4 – 1.00 मीटर,गेट संख्या 8 – 1.00 मीटर, गेट संख्या 3 – 0.50 मीटर ,गेट संख्या 9 – 0.50 मीटर,गेट संख्या 2 – 0.50 मीटर और गेट संख्या 7 – 0.50 मीटर खुला है। सभी गेटों से कुल 40,904 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है और पॉवर प्लांट हाइड्रेल के द्वारा 9,000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है इस प्रकार बांध से कुल 49,904 क्यूसेक पानी हसदेव नदी में छोड़ा जा रहा है l
बांगो के साथ-साथ दर्री डैम के भी गेट खोले गए हैं, इसके कारण प्रमुख नदी हसदेव और इसकी सहायक नदियों में जल का स्तर काफी तेजी से बढ़ने लगा है। जलस्तर बढ़ने के कारण तटीय इलाकों में बाढ़ के हालात निर्मित हो रहे हैं एवं बाढ़ का खतरा के मद्देनजर सभी को अलर्ट कर दिया गया है कि वह सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं।
0 बांध व नदी के समीपस्थ इलाकों में मुनादी
कलेक्टर अजीत वसंत ने जिले में हो रही भारी बारिश को ध्यान में रखते हुए बाढ़ की स्थिति के नियंत्रण हेतु सभी एसडीएम को सतर्क रहने के निर्देश दिए है। साथ ही स्वास्थ्य, विद्युत एवं अन्य लाइन डिपार्टमेंटल अधिकारी कर्मचारियों को सक्रियता से कार्य करने निर्देशित किया है। उन्होंने बांध एवं नदी के समीपस्थ इलाकों से चल अचल परिसम्पत्तियों को हटाने हेतु ग्रामीण क्षेत्रो में मुनादी कराने के भी निर्देश दिए है।
बाढ़ क्षेत्र में स्थापित खनिज खदान ठेकेदार, औद्योगिक इकाईयां, संस्थानों आदि को भी सूचित किया गया है कि वे अपनी परिसम्पत्तियों को बाढ़ क्षेत्र से बाहर निकालना सुनिश्चित कर लें। अकस्मात बाढ़ से होने वाली किसी भी प्रकार की क्षति के लिए जल संसाधन विभाग उत्तरदायी नहीं होगा। कार्यपालन अभियंता मिनीमाता बांगो बांध एवं हसदेव बराज जल प्रबंध संभाग को बाढ़ क्षेत्र में आने वाले गांवों में बाढ़ चेतावनी की मुनादी करवाने की अपील की गई है।
बाढ़ क्षेत्र में आने वाले संभावित गांवो में बांगो, चर्रा, पोड़ीउपरोड़ा, कोनकोना, लेपरा, टुनियाकछार, पाथा, गाड़ाघाट, छिनमेर, कछार, कल्मीपारा, सिलयारीपारा, जुनापारा, तिलाईडांड, डुगुपारा, टुंगुमाड़ा, छिर्रापारा, मछलीबाटा, कोरियाघाट, धनगांव, डोंगाघाट, नरमदा, औराकछार, सोनगुड़ा, जेल गांव, झाबू, नवांगांव, तिलसाभाटा, लोतलोता, स्याहीमुड़ी, कोडा, हथमार, झोरा, सिरकीकला आदि शामिल हैं।


