0 घटना के बाद से नदारद पाली थाना प्रभारी लाइन अटैच किए गए
कोरबा। कोयला के कारोबार में दो पक्षों की रंजिश पर क्षणिक आवेश में घटित गैंगवार में घायल एमटीसी कम्पनी के एक ट्रांसपोर्टर की मौत ने मामले को गंभीर बना दिया है। पुलिस कप्तान सिद्धार्थ तिवारी ने मौके की नजाकत को भांपते हुए रात भर पाली थाना में डेरा डाला वहीं मृतक के भाई की लिखित शिकायत में नामजद किए गए लोगों की तलाश तेज की गई। बढ़ते आक्रोश को कम करने में पुलिस लगातार कार्य कर रही है। इस घटना में 16 लोगों पर FIR दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों को पकड़ने के लिए लगभग 6 टीमों का गठन कर उन्हें रवाना कर दिया गया है। साइबर सेल की टीम भी आरोपियों को ट्रैक करने में जुटी है। इस कड़ी में विश्वस्त सूत्रों से जानकारी मिली है कि 8 से 9 लोगों ने थाना पहुंच कर आत्मसमर्पण कर दिया है। इन लोगों के बयान कलमबद्ध किये जा रहे हैं और पुलिस पूरी तत्परता से इस पूरे घटनाक्रम की विवेचना में जुट गई है कि आखिर शुक्रवार को बात कैसे बिगड़ी?
इधर दूसरी तरफ घटना दिनांक को पाली के थानेदार विनोद सिंह थाना से नदारत रहे । ड्यूटी में बरती गई लापरवाही को ध्यान में रखते हुए एसपी सिद्दार्थ तिवारी ने पाली थाना प्रभारी एसआई विनोद सिंह को तत्काल लाइन अटैच कर दिया है। दर्री थाना संभाल रहे राजेश तिवारी को पाली का थानेदार बनाया है। दर्री थाना का प्रभार निरीक्षक ललित चन्द्रा को दिया गया है।