कोरबा-करतला। सरस्वती शिशु मंदिर, रामपुर विकासखंड करतला की रजत जयंती (25 वां) वर्ष में लगातार भव्य और ऐतिहासिक शोभायात्रा का आयोजन सफलतापूर्वक किया गया।
गौरतलब हो कि सरस्वती शिशु मंदिर और धर्म जागरण समन्वय विभाग के सामूहिक तत्वाधान में इस वर्ष सरस्वती शिशु मंदिर रामपुर के प्रांगण से भव्य महाकाल की झांकी, नौ कन्या झांकी, स्पेशल बग्घी और डीजे के साथ शोभायात्रा का सफलतम आयोजन किया गया। इस संदर्भ में ज्ञात हो कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अनुषांगिक संगठन धर्म जागरण समन्वय विभाग के खंड संयोजक सुरेंद्र पांडेय ने बताया कि धार्मिक जागृति और धर्म के प्रति निष्ठा का भाव हो और सनातन परंपरा का क्रियान्वयन ठीक हो तथा शिक्षा के साथ नैतिक मूल्यों के विकास के उद्देश्य से ऐसा आयोजन प्रतिवर्ष विद्यालय और धर्म जागरण के सामूहिक सहयोग से किया जाता रहा है।

इस वर्ष भी इसे भव्यता प्रदान किया गया। इस शोभायात्रा में विद्यालय के 10 से अधिक पोषक ग्राम जोगीपाली, नोनदरहा, धसकामुड़ा, चैनपुर, पतरापाली, बरकोन्हा, नवापारा, घिनारा, बांधापाली, मिनगांव, बोतली आदि जगह से अभिभावक और माताएं हजारों की संख्या में उपस्थित रहे। सर्वप्रथम शोभायात्रा में राम-लक्ष्मण-सीता की श्रीमती सावित्री अजय कंवर, सरपंच श्रीमती सुलोचना और ग्राम के अन्य प्रतिष्ठितजन द्वारा पूजन-अर्चन किया गया। तत्पश्चात शिशु मंदिर परिसर से प्रारंभ होकर संगम चौक बस्ती जाकर पारंपरिक ग्राम देवता ठाकुर देव के पास पूजन अर्चन के पश्चात वापस दशहरा चौक से बस स्टैंड होते हुए अर्धनारीश्वर चौक होते हुए बजरंग चौक से वापस शिशु मंदिर में समापन हुआ। इस भव्य शोभायात्रा में महाकाल की झांकी द्वारा शिव तांडव ने लोगो को सहज ही आकर्षित किया। बग्घी में बैठे राम- लक्ष्मण-सीता के वेश में सुशोभित बच्चे अनुपम छटा बिखेर रहे थे।

ग्राम रामपुर के मुख्य चौक-चौराहों को शोभायत्रा के पहले भगवामय करने हेतु कार्यकर्ताओं द्वारा रात-दिन मेहनत किया गया था। इस संपूर्ण शोभायात्रा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला बौद्धिक प्रमुख और सरस्वती शिशु मंदिर के संयोजक ईश्वर श्रीवास, करतला खंड के कार्यवाह प्रेम पटेल, आशुतोष महंत, तुलसा श्रीवास खंड सेवा प्रमुख, ग्राम के अजय साहू, रोशन साहू, कन्हैया गबेल, देवेंद्र अग्रवाल, ग्राम के पूर्व सरपंच विनय सिंह, रामशंकर पटेल, वैद्यनाथ पटेल, सुरेंद्र पटेल, विद्यालय के प्रधानाचार्य दर्शन दीवान, अनिल पटेल, हिमाचल केवट, जानकी राठौर, करुणा महंत, मिथलेश चंदेल आदि का उल्लेखनीय सहयोग रहा।