बिलासपुर। जीवन रक्षक दवाईयों की बिक्री की आड़ में प्रतिबंधित व नशा के लिए उपयोग की जाने वाली नशीली दवाओं की बिक्री जोरों पर हो रही है। गंधहीन व आसानी से मिल सकने वाले इन दवाओं की अवैध बिक्री पर रोक लगाने के लिए जिले के मेडिकल स्टोर की जांच की जा रही है।
इसी कड़ी में बिलासपुर जिला में 45 मेडिकल स्टोर पर छापा मारा गया। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग और पुलिस विभाग के 60 से ज्यादा अधिकारियों की टीम ने यह कार्रवाई की। इस दौरान 15 मेडिकल स्टोर के लाइसेंस निलम्बित व अन्य 3 मेडिकल स्टोर का लाइसेंस निरस्त किया गया है।
जांच के दौरान 15 से ज्यादा मेडिकल स्टोर में बिना रिकॉर्ड के प्रतिबंधित और कोडीनयुक्त नशीली दवाईयों के स्टॉक मिले। बिना प्रिस्क्रिप्शन के नशीली दवाईयों की बिक्री भी कुछ स्टोर में की जा रही थी। कार्रवाई के दौरान 19 दुकानों को स्पष्टीकरण नोटिस जारी किया गया।
छापेमारी के दौरान दुकानों में टेस्ट परचेस किया गया। मंगला स्थित जेके मेडिकल स्टोर में बिना प्रिस्क्रिप्शन के नारकोटिक्स दवाईयां बेची जा रही थी। दुकान संचालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
इसी तरह 15 दुकानों में महाराणा प्रताप चौक स्थित मां गायत्री मेडिकल, सीएमडी चौक स्थित जोया मेडिकल, पुराना बस स्टैंड के आनन्द मेडिकल स्टोर, चिंगराजपारा के प्रतीक मेडिकल स्टोर, अशोक नगर स्थित श्रीराम मेडिकल स्टोर, मोपका के सारिका मेडिकल स्टोर में खामियां मिली। लिंगियाडही के मां मेडिसीन कॉर्नर, चिंगरापारा के शुक्ला मेडिकल, मां गौरी मेडिकल, मंगला स्थित जैन मेडिकल, मंगला चौक स्थित ओम शिव मेडिकल, सकरी के शिव ओम मेडिकल स्टोर, तारबाहर स्थित पराग मेडिकोज, जरहाभाटा के चन्द्रा मेडिकोज, जरहाभाटा के अनिल मेडिकल में नशीली दवाईयां बरामद की गई।
इन दवाईयों की खरीदी-बिक्री का हिसाब फर्म संचालक मौके पर पेश नहीं कर सके इसलिए इन मेडिकल स्टोर्स के खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई की जा रही है। अन्य दुकानों में अनियमितता पाई गई, जिन्हें नोटिस दिया गया है।