0 निर्माण में धांधली, गुणवत्ताहीनता, फर्जी भुगतान की शिकायत व खबरों पर संज्ञान
कोरबा। कोरबा जिले में वन विभाग द्वारा किये गए भ्रष्टाचार के मामलों, प्रमाणित मामलों में कार्यवाही नहीं हो रही है। कटघोरा वन मंडल के अनेक मामलों में जांच और कार्रवाई वर्षों से लंबित है। इन सभी प्रकरणों और जिन मामलों में जांच हो चुकी है उसमें कार्रवाई सुनिश्चित करने तथा भ्रष्टाचार की जांच के लिए पाली-तानाखार क्षेत्र के विधायक तुलेश्वर हीरा सिंह मरकाम ने कोरबा कलेक्टर को पत्र लिखा है।
विधायक ने कहा है कि वनमंडल कटघोरा अंतर्गत उप वनमंडल कटघोरा / पाली में वर्ष 2018-19 से आज दिनांक तक जितने भी निर्माण कार्य हुए हैं- जैसे तालाब निर्माण, रपटा निर्माण, पुलिया निर्माण, चेक डेम निर्माण इन सभी कार्यों में जमकर भ्रष्टाचार किया गया है। यहां पदस्थ तत्कालीन सभी अधिकारी/कर्मचारी, बीड गार्ड से लेकर वनमंडलाधिकारी तक सभी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।
कटघोरा उप वनमंडल अंतर्गत कुटेशरनगोई बीट में वर्ष 2018-19 में तालाब में भारी अनियमिता की गई इस कार्य में फर्जी भुगतान एवं गुण्वत्ताहीन कार्य के संबंध में कार्यवाही करने हेतु कार्यालय प्रधान मुख्य वन सरंक्षक छ.ग. से जांच एवं कार्यवाही करने हेतु पत्र कमांक / सत. शिका./सा.-692/318 नवा रायपुर दिनांक 21.02.2022 के माध्यम से वनमंडलाधिकारी कटघोरा को निर्देशित किया गया था लेकिन आज दिनांक तक किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं होने से भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलंद हैं। किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं होने से उप वनमंडल पाली में भी ऐसे ही जमकर भ्रष्टाचार किया गया जिसमें सबसे ज्यादा चैतमा रेंज में भ्रष्टाचार किया गया फर्जी मजदूरी भुगतान, गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य।
पूर्व में किए गए भ्रष्टाचार में किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं होने से वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा भ्रष्टाचार में अनगिनत कारनामे किये गये है जैसेः- पसान रेंज पौधा रोपण घोटाला के साथ-साथ निर्माण कार्य, केंदई रेंज में गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य आदि।
अभी तत्कालीन घटना कटघोरा की एक फर्म को फर्जी भुगतान कर 50 प्रतिशत की राशि उप वनमंडलाधिकारी संजय त्रिपाठी एवं रेंजर रामनिवास दहायत के द्वारा मांग किया जा रहा है, जिसके संबंध में फर्म की संचालिका द्वारा शिकायत करने की खबर पोर्टल न्यूज के माध्यम से प्रकाशित हुआ है। इसमें किसी प्रकार की कार्यवाही – आज दिनांक तक नहीं की गई। जिसके कारण जनता में शासन के प्रति नराजगी, रोष एवं आक्रोश व्याप्त है।
इस संबंध में आग्रह है कि जांच टीम गठित कर जांच करवाकर दोषियों के ऊपर कड़ी कार्यवाही किया जाये जिससे भविष्य में ऐसी पुनरावृत्ति न हो। वर्ष 2018-19 से आज दिनांक तक जितने भी कार्य वन विभाग द्वारा करवाये गये है जैसेः- बिगड़े वनों का सुधार कार्य, पौधा रोपण कार्य, तालाब निर्माण, रपटा निर्माण, पुलिया निर्माण, चेक डेम निर्माण कार्य, कैम्पा मद का कार्य एवं अन्य कार्य इन कार्यों में की गई भ्रष्टाचार के संबंध में वन विभाग व शासन को शिकायत पत्र प्राप्त हुए है, जिस पर विभाग द्वारा किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई है। उन सभी को प्राथमिकता के आधार पर तत्काल संज्ञान में लेते हुए जांच करवाकर दोषियों के ऊपर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने का कष्ट करेंगे।
0 वन मण्डल के घोटालों व भ्रष्टाचार पर सत्यसंवाद लागातार…