कोरबा। जिले के प्रमुख आस्था का केंद्र प्राचीन सर्वमंगला मंदिर के समीप स्थित रानी गुफा के अस्तित्व को बचाने के लिए श्रम सेवा भू विस्थापित कामगार संगठन ने बड़ा कदम उठाया है। संगठन के सदस्यों ने आरोप लगाया है कि रानी गुफा के मुहाने के पास रेलवे ब्रिज का निर्माण कार्य कराया जा रहा है, जिससे गुफा को मिट्टी से पाट दिया गया है।
संगठन के सदस्यों ने बताया कि रानी गुफा और हनुमान मंदिर काफी पुरानी है। रानी गुफा का प्रवेश द्वार रानी महल अर्थात कमला नेहरू कॉलेज के अंदर स्थित है। उन्होंने कहा कि रानी महल को राजघराने की रानी धनराज कुंवर के द्वारा सन 1971 में दान कर दिया गया था, जिसे शिक्षण संस्थान के रूप में महाविद्यालय प्रबंधन को सौंप दिया गया है। श्रम सेवा कामगार संगठन के सदस्यों ने बताया कि उन्होंने कई बार पत्राचार कर रानी गुफा के जिर्णोद्वार और सुरक्षा की मांग की है, लेकिन अभी तक प्रशासन के द्वारा कोई पहल नहीं की गई है।निर्माणाधीन रेलवे ब्रिज के ठेका कम्पनी मैनेजर महेश शर्मा, आर रमन सिंह पर fir दर्ज करने की मांग पर कार्रवाई नहीं हुई है। इसी के विरोध में संगठन द्वारा 18 मार्च को घंटाघर से कलेक्टर कार्यालय तक पैदल रैली निकालकर कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया जाएगा। संगठन ने सर्व हिंदू धर्म रक्षक से आव्हान किया है कि वे अधिक संख्या में उपस्थिति दर्ज कर प्राचीन ऐतिहासिक धरोहर की सुरक्षा करने कलेक्टर कार्यालय घेराव में शामिल हों।
KORBA:प्राचीन रानी गुफा को बचाने कल घेराव, ठेका कम्पनी पर fir की मांग
