कोरबा। इन दिनों पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश सहित कोरबा जिले में भी भीषण गर्मी की मार से हर कोई हलाकान हो रहा है। सुबह 8 बजे से ही गर्म हवा के थपेड़े लोगों को बेहाल कर रहे हैं। 11 12 बजे तक तो गर्मी अपने चरम पर आनी शुरू हो जाती है और पारा 44 डिग्री सेल्सियस पहुंच गई है। औद्योगिक इलाका होने के कारण जहां कोरबा शहर क्षेत्र में तापमान बढ़ा हुआ है तो वही वनों से आच्छादित क्षेत्र पाली जैसे इलाके में भी पारा 44 डिग्री तक पहुंच चुका है। बढ़े हुए तापमान के बीच हर कोई गर्मी से व्याकुल है तो वहीं छोटे बच्चों की सेहत पर भी विपरीत असर पड़ने लगा है।

तपिश तेज होने के कारण अभिभावकों की चिंता अपने बच्चों के सेहत के प्रति बढ़ने लगी है। अभिभावकों के बीच से मांग उठने लगी है कि सभी तरह के स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां घोषित कर देनी चाहिए। कोरबा जिला पैरेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष नूतन सिंह ठाकुर ने बताया कि अभिभावकों की तरफ से आ रही मांगों को लेकर बढ़ती गर्मी के संदर्भ में अवकाश घोषित करने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखा जा रहा है। मांग है कि स्कूलों की छुट्टियां अधिकारियों से विचार विमर्श के उपरांत घोषित कर दी जाए। कोरबा जिले के सभी क्षेत्र से अभिभावक स्कूलों में अवकाश की मांग कर रहे हैं।
0 छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन ने भी की मांग
इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन ने स्कूलों में अवकाश घोषित करने की मांग की है।एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने कहा है कि रायपुर, बिलासपुर सहित मैदानी क्षेत्रों में 43-44 डिग्री तापमान में छात्रो को स्कूल बुलाने की कोई मजबूरी नहीं है लेकिन अवकाश घोषित नही होने के कारण निजी व शासकीय शाला में छात्रो की भीषण गर्मी में लगातार उपस्थिति चिंताजनक है। छात्रों का ध्यान रखते हुए शासकीय और निजी शालाएं तत्काल छात्रों को अवकाश दें। प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने कहा है कि शिक्षा विभाग को संवेदनशीलता दिखाते हुए प्रदेश के समस्त शासकीय और निजी शालाओं में अवकाश घोषित करना चाहिए।
