0 ग्राम मलगांव में करोड़ों का फर्जी मुआवजा CBI जांच की राडार में
0 KCC के मुंशी दुबे और GM माइनिंग को तत्काल हटाने की CMD से मांग,सौंपा समस्याओं का ज्ञापन
कोरबा। विकासखंड कटघोरा के अंतर्गत SECL की दीपका विस्तार परियोजना के लिए अधिग्रहित ग्राम मलगांव का विवाद गहराया है। प्रशासन-प्रबन्धन और ग्रामीण आमने-सामने हैं। फर्जी लोगों को भी मुआवजा बांटकर करोड़ों की गड़बड़ी की शिकायत पर कुछ माह पहले CBI ने श्रमिक नेता श्यामू जायसवाल के यहां दबिश दी। श्यामू पर ग्रामीणों का आरोप है कि उसने कई पात्र लोगों के मुआवजा में कटौती व हेरफेर कर अपने ग़ैरनिवासी परिजनों, बच्चों तक के नाम फर्जी मुआवजा भुगतान कराया है। एसडीएम कार्यालय के बाबू मनोज गोभिल पर परिजनों के नाम फर्जी मुआवजा बनवाने का आरोप होने के साथ ये सभी जांच के दायरे में हैं। विवादित मुआवजा से सम्बंधित परिसम्पत्तियां ग्राम मलगांव से जुड़ी हैं और गांव जबरन उजाड़ दिया तो निःसन्देह प्रमाण भी नष्ट हो जाएंगे जिससे CBI की जांच प्रभावित हो सकती है। इन्हीं आशंकाओं के बीच ग्रामीण समस्याओं का निराकरण से पहले हटने को तैयार नहीं हैं जबकि प्रशासन सारा कुछ सही होने का दावा कर रहा है।
0 जनसुनवाई में भी उठा मसला

पिछले दिनों 19 मार्च 2025 को ग्राम मलगांव में जनप्रतिनिधियों, ग्रामीणों की उपस्थिति में प्रशासन ने जनसुनवाई शिविर लगाया जिसमें ग्रामीणों ने अपनी नाराजगी जाहिर की किन्तु एसडीएम रोहित सिंह ने सब कुछ सही-सही होना बताकर मुआवजा पुन: निर्धारण की मांग को सिरे से खारिज कर दिया। देखें वीडियो…
0 ग्रामीणों ने CMD को सौंपा मांगपत्र
मलगांव के ग्रामवासी असंतुष्ट हैं। नौकरी, बसाहट,विस्थापन जैसी गंभीर समस्याएं गांव में बनी हुई है जिसे निराकरण करने के संबंध में अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक (CMD), बिलासपुर को आवेदन पत्र सरपंच सहित ग्रामवासियों ने पुनः सौंपा है। ग्रामवासियों की ओर से निम्नलिखित मांग है :-
- ग्राम मलगांव के ग्रामीणों के मकान एवं अन्य परिसंपत्तियों का एसईसीएल दीपका एवं राज्य शासन की संयुक्त टीम द्वारा सर्वे नापी कर मुआवजा बनाया गया है जिसमें काट-छाँट कर कम मुआवजा बनाया गया है जिससे ग्राम वासियों का आर्थिक नुकसान हो रहा है, अतः मुआवजा में सुधार किया जाए।
- ग्राम मलगांव के पुराने 72 बसाहट स्थल में बुनियादी सुविधाएं जैसे रोड, नाली, बिजली, मूलभूत सुविधाएं प्रदान की जाए।
- ग्राम मलगांव के मकान एवं अन्य परिसंपत्तियों के नापी दिनांक से बसाहट की पात्रता माना जाए।
- निजी एवं शासकीय भूमि में बसे ग्रामवासियों को एक समान बसाहट के बदले मिलने वाली राशि 15 लाख रुपए प्रदान किया जाए
- ग्राम मलगांव के मकान की सर्वे नापी एमबी बुक में निजी जमीन के खसरा नंबर को काटकर शासकीय खसरा नंबर को दर्शाया गया है, जिससे ग्रामवासियों को 100% सॉल्यूशन नहीं मिला है जिससे ग्रामीणों को आर्थिक क्षति हो रही है, जिसे सुधार किया जाए
- गांव में बचे हुए मकान एवं पेड़ों का सर्वे नापी किया जाए
- ग्राम मलगांव के भूमि स्वामी खातेदारों को मुआवजा नहीं दिया गया है, जिसे मुआवजा प्रदान किया जाए
- गांव की मकान सर्वे के समय 18 वर्ष पूर्ण कर चुके लड़कियों को भी बसाहट की पात्रता दी जाए
- गांव के भू स्वामी खातेदारों की नौकरियां पेंडिंग है, उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जाए
- गांव की लगभग 300 मकान को राष्ट्रहित में एनटीपीसी को कोयला आपूर्ति हेतु तोड़कर खदान को आगे बढ़ाया गया है जिसका अभी तक मुआवजा नहीं दिया गया है, जिसे तत्काल भुगतान किया जाए
- मकान के मुआवजा को ट्रिब्यूनल बिलासपुर में जमा किया जा रहा है, उसे ना डालकर समस्याओं का निराकरण किया जाए
- गांव के मूल निवासियों का बसाहट की पात्रता सूची में नाम छूट गया है, जिसे पात्रता सूची में जोड़ा जाए
- ग्राम मलगांव के बसाहट स्थल में सर्व सुविधा युक्त रोड, नाली, बिजली, स्कूल, आंगनवाड़ी, पंचायत भवन, श्मशान घाट, देवी स्थल, सामुदायिक भवन समस्त पुनर्वास स्थल में सुविधा उपलब्ध कराया जाए
- गांव के सभी बेरोजगारों को एसईसीएल अंतर्गत ठेका कंपनियों में रोजगार उपलब्ध कराया जाए
- गांव के भू- विस्थापितों के द्वारा बनाए गए peps भू विस्थापित को-ऑपरेटिव समिति को एसईसीएल एवं dmf फंड से ठेका कार्य दिया जाए
- जब तक गांव के सभी समस्याओं का निराकरण ना हो जाए, तब तक घर तोड़ना बंद किया जाए
- sdm कार्यलय के बाबू के परिजनों के नाम से बनाय गये फर्जी मुआवजा को तत्काल निरस्त कर कानूनी कार्यवाही किया जाय
- ग्राम मलगांव के ग्रामीणों के कटे हुए मुआवजा, बसाहट में छूटे हुए नाम को शीघ्र सुधार किया जाए एवं खनन ठेका कम्पनी kcc के मुंशी विकास दुबे और दीपका gm माइनिंग को तत्काल दीपका secl से हटाया जाय।
0 स्वतः विस्थापित हो जाने का भरोसा दिया
ग्रामीणों ने सीएमडी से मांग की है कि ग्राम मलगांव की मुआवजा, बसाहट, नौकरी एवं अन्य व्याप्त समस्याओं का जल्द निराकरण किया जाए जिससे ग्रामवासी विस्थापित हो सकें तथा समस्याओं का निराकरण होने पर स्वतः ही ग्रामवासी अपना मकान तोड़कर अन्य जगह विस्थापित हो जाएंगे एवं आपके खदान संचालन में कोई भी व्यवधान नहीं होगा।